हेमंत आर्य। वर्तमान राजनीति हवाबाज नेताओं से भरी पड़ी है। विशेष तौर पर कांग्रेस में तो ऐसे नेताओं की भरमार है जिनका जमीनी, सामाजिक जनाधार तो कुछ है नहीं, लेकिन झांकी मंडप में कोई कमी नहीं रखते। लग्झरी गाड़ी और महंगे कपड़े पहनकर प्रदेश और केंद्रीय नेताओं का चरण चुंबन करने वाले ये हवाबाज नेता अपने वार्ड से न तो खुद पार्षद का चुनाव जीत सकते हैं और न पार्टी प्रत्याशी को जीता पाते हैं। ऐसे माहौल में हवाबाज राजनीति से दूर सादगी के साथ आम लोगों एवं कार्यकर्ताओं के बीच रहकर जमीनी राजनीति करने वाले नेता का नाम है गजेंद्र सिंह सिसौदिया।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान राजनीति में लोगों के पार्टी में जितने वरिष्ठ नेताओं से संबंध नहीं होते हैं, उससे ज्यादा वे दिखाने की कोशिश करते हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं पर प्रभाव जमाने के लिए ऐसे नेता आए दिन लोगों के बीच बड़ी-बड़ी बातें करते देखे भी जाते हैं, लेकिन सिसौदिया के मामले में ऐसा नहीं है। क्षेत्र के कार्यकर्ताओं पर मजबूत पकड़ और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से नजदीकी संबंध होने के बावजूद उन्होंने कभी इसका गुणगान नहीं किया लोगों के सामने। यही वजह उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच सहज और सरल बनाती है। वर्तमान में कांग्रेस मध्यप्रदेश में अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है, लेकिन सिसौदिया की सक्रियता ने उन्हें अभी भी क्षेत्र में लोकप्रिय बनाए रखा है।
जहां एक ओर पार्टी के कई प्रमुख नेता सत्ताधारी दल में शामिल हो चुके हैं, वहीं बचे हुए नेताओं में से भी कई लोग अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक स्वार्थों के कारण सरकार का पुरजोर तरीके से विरोध नहीं कर पाते हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले में तो मध्यप्रदेश सरकार को क्लीन चिट मिली हुई है। इसके बावजूद सिसौदिया समय-समय पर जनहित के मुद्दों को लेकर आम लोगों के लिए शासन-प्रशासन से सड़कों पर लड़ाई लड़ते आसानी से देखे जा सकते हैं। सहज, सरल, मिलनसार एवं निःस्वार्थ भाव से जमीनी, ईमानदार कार्यकर्ताओं के सुख-दुख और पार्टी के कार्यक्रमों में हमेशा सबसे आगे खड़े दिखाई देने वाले सिसौदिया जिंदा दिल व्यक्तित्व के धनी है।
हमेशा अंतिम पंक्ति में पार्टी के अनुशासित सिपाही की तरह खड़े दिखाई देने वाले सिसौदिया अहंकार और अति राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं से भी कोसों दूर हैं। युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल आज तक जिले के कार्यकर्ताओं द्वारा याद किया जाता है। वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव एवं महानगर इंदौर ग्रामीण के सह प्रभारी सिसौदिया में कुशल संगठनात्मक क्षमता तो है ही, साथ ही वे स्व विवेक से राजनीतिक सामंजस्य बनाने में भी माहिर है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जब अमेठी से सांसद थे, तब सिसौदिया ने उनके संसदीय क्षेत्र में कॉर्डिनेटर के रूप में कार्य किया। वहीं वर्तमान मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के करीबियों में शुमार होने के बावजूद सिसौदिया को कभी अपनी राजनीतिक पहुंच और पद का घमंड नहीं रहा। 8 दिसंबर 1975 को जन्में सिसौदिया सोमवार को जीवन के 51वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। हम उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की कामना करते हैं।

Author: Hindusta Time News
27 Years Experience Of Journlism





